गगन ललगोत्रा
द स्वॉर्ड ऑफ़ इण्डिया
कांगड़ा,इंदौरा । MLA प्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आ रहा है समय को देखते हुए कई टिकटार्थियों ने अपना दमखल दिखाने के लिए अपने अपने स्तर पर इंदौरा क्षेत्र की जनता से जनसंपर्क साधना शुरू कर दिया है ।
ओर जनता जनार्दन के घर दरबार पहुंच कर उनका हाल चाल पूूूछ रहे है।विधानसभा सभा इन्दौरा के भूतपूर्व विधायक स्वर्गीय देस राज जो कि विधानसभा क्षेत्र इंदौरा से भाजपा के चार बार विधायक रहे है।उनके जनता के साथ अच्छे व शालीनता वाले व्यवहार के कारण इन्दौरा की जनता आज भी उनको याद करती है।
वहीँ उनके बड़े बेटे निर्मल प्रसाद में भी लोग स्वर्गीय देस राज की छवि को देख रहे है। बता दें कि वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भी निर्मल प्रसाद ने चुनाव लडने के लिए हुंकार भरी थी लेकिन पार्टी हाई कमान की बात को मानते हुए उन्होंने मौजूदा विधायक रीता धीमान को चुनाव लड़ने का मौका दिया
व उस समय एक अमित शाह की हुई चुनावी रैली में निर्मल प्रसाद ने मंच पर ही रीता धीमान को वहन बोलते हुए यहां तक कह दिया था कि रीता धीमान की जीत उनके पिता जी को सच्ची श्रदांजलि होगी।
वहीँ भाजपा पार्टी के एक कार्यकर्ता जो कि पूर्व में एक ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि थे उन्होंने बताया कि उस समय विधायक रीता धीमान को लोगों ने भरपूर मत देकर जीत दर्ज करवाई।
विधायक की कुर्शी पर आसीन होते ही चुनावों के समय की बातों को बुलाकर विधायक रीता धीमान ने निर्मल प्रसाद का धन्यवाद करना तो दूर उनसे पार्टी के तौर ओर संपर्क जारी रखना भी उचित न समझा और जब पंचायती चुनाब आए तो तब भाजपा संगठन को अपनी छवि अच्छी बताने के लिए वह निर्मल प्रसाद से मिली। लेकिन तब तक बहुत देर हो गई थी और आपसी रिश्ते ठीक होना एक सपना ही बन कर रह गया था।
अब पुराने भाजपा के मंडल कार्यकर्ता व पुराने प्रधान उपप्रधान, बीडीसी ओर आम जनता ने निर्मल प्रसाद से मिल कर उनको चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया है ओर कहा है कि इंदौरा में राजनीति का स्तर वहुत गिर रहा है और इसको संभाले के लिए निर्मल प्रसाद जैसे युवा का इंदौरा से विधायक बनना बड़ा जरूरी है ।
ताकि जनता को उनका हक ईमानदारी से मिलता रहे वहीं आम जनता ने कहा कि अगर आप विधायक बनते हैं तो आप भी अपने पिता की तर्ज पर ही काम करना और जनता जनार्दन की सेवा करना।

वही इस संबंध में जब निर्मल प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन का जो भी फैसला होगा उसी के आधार पर चुनाव लड़ने का फैसला लेंगे पार्टी के हक में सेवा करना कार्यकर्ता का परम धर्म है”