आर एल पाण्डेय
द स्वॉर्ड ऑफ़ इंडिया
लखनऊ। पुलिस आयुक्त अमरेन्द्र कुमार सेंगर द्वारा अपराध एवं अपराधियो पर नियंत्रण हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त उत्तरी अभिजित आर० शंकर व पुलिस उपायुक्त अपराध कमलेश दीक्षित, अपर पुलिस उपायुक्त,
अपराध अमित कुमावत व अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी जितेन्द्र कुमार दुबे के पर्यवेक्षण में तथा सहायक पुलिस आयुक्त अलीगंज वृज नारायण व सहायक पुलिस आयुक्त अपराध अभिनव के निर्देशन में अतिरिक्त निरीक्षक मड़ियांव अंजनी कुमार मिश्रा के कुशल नेतृत्व में थाना मड़ियांव व अपराध शाखा की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा शातिर 02 नफर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है जिनके कब्जे से 422 ग्राम मादक पदार्थ मारफीन बरामद करते हुये महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
घटना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए डीसीपी नॉर्थ अभिजित आर शंकर ने कहा कि दिनांक 08.09.2024 को अपराध शाखा व थाना मडियांव की संयुक्त पुलिस टीम रोकथाम जुर्म जरायम देखभाल क्षेत्र संदिग्ध व्यक्ति, वांछित तलाश अभियुक्त की पतारसी सुरागरसी में मामूर होकर अजीज नगर तिराहे पर मौजूद थे कि जरिए मुखबिर खास सूचना मिली कि दो व्यक्ति किसी को मादक पदार्थ मारफीन की सप्लाई देने के लिए भिटौली ओवर ब्रिज के ढाल के पास सीतापुर की ओर जाने वाले रास्ते पर मौजूद हैं यदि जल्दी किया जाए तो पकड़ा जा सकता है।
मुखविर द्वारा बताए गए व्यक्तियों को हिकमत अमली का प्रयोग करते हुए पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्तियों से नाम पता पूछा गया तो पहले व्यक्ति ने अपना नाम सौलत रसूल पुत्र अजीजुर्रहमान निवासी ग्राम सरैया पीरजादा पो० अशीशपुर थाना बाजार शुकुल अमेठी बताया उम्र 46 वर्ष बताया तथा दूसरे ने अपना नाम राम नरेश तिवारी पुत्र स्व० जगदेव प्रसाद निवासी पूरे लोधन निवासी बाबा बाजार फैजाबाद उम्र 50 वर्ष बताया।
पकड़े गए अभियुक्तगण से भागने का कारण पूछा तो दोनो ने बताया कि हम लोगों के पास अवैध मादक पदार्थ मारफीन था इस लिए हम लोग डरकर भाग रहे थे। पकड़े गए अभियुक्तगण 1. सौलत रसूल के कब्जे से 222.75 ग्राम व 2. रामनरेश तिवारी के कब्जे से 199.25 ग्राम कुल लगभग 422 ग्राम मार्फिन मादक पदार्थ बरामद हुई। अभियुक्तों को उनके जुर्म धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट से अवगत कराते हुए कारण गिरफ्तारी बताकर समय 23.25 बजे अभियुक्तगण को हिरासत पुलिस में लेकर माल को कब्जा पुलिस में लिया गया।
फर्द बरामगी के आधार पर थाना स्थानीय पर अभियोग पंजीकृत करआवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है एवं अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में अन्य थाना व जनपद से जानकारी की जा रही है।