इमामुद्दीन
बराबंकी: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जैदपुर में तैनात संविदा आयुष चिकित्सक डॉ. नजमुल सिद्दीकी पर गंभीर आरोपों ने स्थानीय लोगों में आक्रोश भड़का दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि डॉ. सिद्दीकी मरीजों को महंगी जांच और बाहर से दवाएं लिखकर उनका आर्थिक शोषण कर रहे हैं। आरोप है कि वे अस्पताल को अपने रसूख से नियंत्रित कर रहे हैं।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, डॉ. सिद्दीकी मरीजों को अनावश्यक रूप से महंगी जांच के लिए एक विशेष निजी जांच केंद्र पर भेजते हैं, जहां से उन्हें कमीशन मिलता है। इसके अलावा, वे मरीजों को लंबी-लंबी दवाओं की पर्चियां थमाते हैं, जो अस्पताल के बजाय बाहर की दुकानों से खरीदनी पड़ती हैं। अस्पताल में केवल नाममात्र की दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि आयुष चिकित्सक होने के बावजूद डॉ. सिद्दीकी बिना किसी हिचक के अंग्रेजी दवाएं क्यों लिख रहे हैं।
लगभग एक दशक से सीएचसी जैदपुर में संविदा पर तैनात डॉ. सिद्दीकी की लंबी अवधि तक एक ही स्थान पर मौजूदगी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि उनकी ऊंची पहुंच और रसूख के कारण वे इतने लंबे समय तक टिके हुए हैं।
कस्बे के सिराजुद्दीन अंसारी, जुनैद, अब्दुल्लाह, मोहम्मद इरशाद, मोहम्मद अनस, परवेज आलम, शेर अली, मोहम्मद आलम और मोहम्मद इमरान सहित कई लोगों ने डॉ. सिद्दीकी को तत्काल हटाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन शुरू करेंगे।
