मुंबई : तकनीक के इस युग में जहां पाठकों की रुचि पुस्तकों से हटती जा रही है, ऐसे समय में वरिष्ठ पत्रकार नवीन कुमार द्वारा लिखा गया कहानी संग्रह “वेश्या की बेटी” न केवल एक साहसिक प्रयास है,
बल्कि समाज को आईना दिखाने वाला दस्तावेज़ भी है। इस संग्रह में कुल 25 कहानियाँ हैं, जिनमें सामाजिक कुरीतियों, महिलाओं के शोषण और मानवीय मूल्यों को बखूबी उजागर किया गया है। मुख्य कहानी वेश्या की बेटी उन युवतियों की त्रासदी को सामने लाती है
जिन्हें उनके ही परिजन वेश्यावृत्ति के दलदल में झोंक देते हैं। हसीना, रंभा और स्वीटी जैसी पात्रों की पीड़ा, उनका संघर्ष और कोठे से निकलने की छटपटाहट को लेखक ने बेहद सजीव रूप से दर्शाया है।
हसीना की कहानी, जिसमें उसका शौहर जमील उसे और उसकी बेटी को कोठे पर बेच देता है, रोंगटे खड़े कर देती है। इसी तरह लक्ष्मी को उसका पति धोखे से बेच देता है,
और दलालों की भूमिका को भी लेखक ने ईमानदारी से उजागर किया है।जीवन बाबू शीर्षक से लिखी गई एक अन्य कहानी में पारिवारिक व्यक्ति के अकेलेपन को दर्शाया गया है यह उस दर्द को उजागर करती है जो एक व्यक्ति को अपने ही घर में अजनबी बना देता है।
इस संग्रह की अन्य उल्लेखनीय कहानियाँ जैसे मुस्कान, सुगंधा, सालगिरह, और अकेली औरत का दर्द पाठकों के मन को छू लेती हैं। विशेष रूप से प्यार के अधखुले फूल धर्मों की दीवार को तोड़ते हुए मानवीय रिश्तों की सुंदरता को उजागर करती है, जिसमें मुस्लिम व्यक्ति मोहम्मद अशफाक एक हिंदू बच्चे संदेश को पूरी श्रद्धा और परंपरा से पालता है।
कहानियाँ जैसे मुर्दाघर, कन्हैया, पोस्टमैन, दादी मां, रंगभेद, और लावारिस लाश का अंतिम संस्कार संवेदनशील मुद्दों को छूती हैं। अंतिम बुलावा और देहदान जैसी कहानियाँ पाठकों को आत्ममंथन के लिए मजबूर कर देती हैं।
वेश्या की बेटी” एक ऐसा कहानी संग्रह है जो समाज की उन परतों को सामने लाता है जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। यह पुस्तक न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, दिल्ली से प्रकाशित हुई है और अमेज़न सहित सभी प्रमुख बुकस्टोर्स पर उपलब्ध है।

Author: theswordofindia
Latest News Uttar Pradesh और News Portal Lucknow पर पढ़ें ताज़ा खबरें। उत्तर प्रदेश समाचार पोर्टल और हिंदी न्यूज़ पोर्टल 'The Sword of India News' से जुड़ी राजनीति, व्यापार, अपराध और चुनाव की हर अपडेट सबसे पहले पाएँ।