Search
Close this search box.

21वीं सदी के विवेकानंद है योगी आदित्यनाथ

Share this post

 

अखिल सावंत

द स्वॉर्ड ऑफ़ इंडिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योग, धर्म, संस्कृति, साहित्य ,विज्ञान, तकनीकी में रुचि को देखकर उनके प्रति यह विचार बरबस उभरे। इतने गुणों से संबंध होना दुर्लभ ही है।

समाज के सभी वर्गों में मान-सम्मान व पद प्रतिष्ठा होना विज्ञान के गणित विषय से स्नातक योगी आदित्यनाथ एक कुशल वक्ता ही नहीं गोरखनाथ तीर्थ के महंत भी हैं। जिसका पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष महत्व है पूर्व महंत अवैद्यनाथ उनके गुरु रहे हैं।

हिंदुत्व के एक बड़े पैरोंकार सनातनियों पर होने वाले अत्याचार का खुलकर विरोध करते रहे इसलिए वह दूसरे धर्म के लिए आंखों की किरकिरी भी बने हैं उनके ऊपर जानलेवा हमले भी होते रहते हैं। इसके चलते हुए उन्होंने हिंदू रक्षा वाहिनी का गठन किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केवल 26 वर्ष की उम्र में ही गोरखपुर में संसदीय क्षेत्र में संसदीय चुनाव जीता था और वह 2017 और 2022 में देश के सबसे बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं ।

उनकी पहचाने कि ईमानदार नेता और कड़क प्रशासक के रूप में होती है। जिसको लेकर उन्हें विरोधियों के प्रहार भी सहने पड़ते हैं। जिसकी वह कभी चिंता भी नहीं करते उनका स्वयं का मानना है कि कांटे को निकालने के लिए सूई का प्रयोग करना पड़ता है।

रामचरितमानस की यह चौपाई उन्हें बहुत प्रिय है,”विनय न मानत जलधि जड़ गए तीन दिन बीती, बोले राम सकोप तब भय बीनु होई न प्रीत।। इसलिए जोगी विरोधी उन्हें बुलडोजर बाबा बुलडोजर बाबा कहते हैं।

अभी छुट्टियां पर होने वाले अत्याचार के विरोध के का चलते आज महिला द्वारा सम्मानित है तथा दूसरे प्रदेश के लोग उनसे नसीहत लेते हैं।

लेखक: (अखिल सावंत)

Leave a Comment

ख़ास ख़बरें

ताजातरीन

[the_ad id="4088"]