प्रयागराज : महाकुंभ मेला 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।
रेलवे ने इस महाआयोजन को सफल बनाने के लिए ₹5000 करोड़ के निवेश से प्रयागराज और आसपास के नौ प्रमुख स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की योजना बनाई है। ये तैयारियां भारतीय रेलवे की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं, जिसे देश की जीवनरेखा कहा जाता है।
शाही स्नान और तीर्थयात्रियों की अपार भीड़ :-
महाकुंभ 2025 का शुभारंभ शाही स्नान के साथ मकर संक्रांति पर होगा। करीब दो महीने तक चलने वाले इस महापर्व में 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
रेलवे को इस दौरान अभूतपूर्व यात्री संख्या और भीड़ प्रबंधन की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कई नई तकनीकों और योजनाओं को लागू किया है।
प्रमुख सुविधाएं और तैयारियां :-
बहुभाषी सूचना केंद्र :- श्रद्धालुओं की विविधता को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 12 भाषाओं में जानकारी देने वाले बहुभाषी सूचना केंद्रों की स्थापना की है। यह पहल देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी यात्रा और ठहरने की जानकारी सरलता से उपलब्ध कराने में मदद करेगी।
सुरक्षा और निगरानी :-
प्रयागराज जंक्शन पर वॉच टावर के साथ-साथ 2000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे एआई तकनीक से लैस हैं, जो भीड़ प्रबंधन और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने में सहायक होंगे।
इसके अतिरिक्त, फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग भी सुनिश्चित किया गया है ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
कंट्रोल रूम और लाइव मॉनिटरिंग :-
रेलवे ने हर स्टेशन पर कंट्रोल रूम बनाया है। इन सभी कंट्रोल रूम को प्रयागराज स्टेशन के मास्टर कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है, जहां से सभी स्टेशनों की लाइव फीड देखी जा सकेगी। राज्य पुलिस और रेलवे प्रशासन के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी फीड भी साझा की जाएगी।
टिकटिंग व्यवस्था में सुधार :-
महाकुंभ मेले के दौरान टिकटिंग को तेज और सुचारु बनाने के लिए 542 टिकटिंग पॉइंट स्थापित किए गए हैं। इनमें से 132 काउंटर प्रयागराज जंक्शन पर होंगे, जो प्रतिदिन करीब 9.76 लाख टिकट जारी कर सकेंगे। प्रति टिकट दो यात्रियों के औसत से प्रतिदिन लगभग 19.52 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान की जाएगी।
भीड़ प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनीक :-
भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे और राज्य सरकार ने संयुक्त रूप से यातायात योजना तैयार की है। इसमें सिमुलेशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जो भीड़ के पैटर्न का विश्लेषण कर रणनीतियां बनाने में मदद करेगी। साथ ही, मेला अवधि के दौरान सभी हितधारकों के बीच निर्बाध संचार सुनिश्चित किया जाएगा।
मैनपावर और संसाधन :-
भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सहायता के लिए अतिरिक्त मैनपावर जुटाई गई है। रेलवे ने सुरक्षा, टिकटिंग और सूचना सेवाओं के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती की है।
महाकुंभ 2025: एक यादगार आयोजन :-
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की ये योजनाएं न केवल इस ऐतिहासिक आयोजन को सुगम बनाएंगी, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को भी सम्मानित करेंगी। आधुनिक तकनीक और ठोस प्रबंधन के साथ, यह महाकुंभ तीर्थयात्रियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा।
Author: theswordofindia
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