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संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा कथक और लोकगीतों की महफिल

संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा कथक और लोकगीतों की महफिल

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लखनऊ । संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह भव्य आयोजन कानपुर रोड स्थित स्मृति उपवन में  माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर कथक, भजन और लोकगीतों की अद्भुत प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को भावपूर्ण बना दिया।

संस्कृति विभाग की शानदार प्रस्तुतियां :-

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मुख्य अतिथियों में अरुण प्रताप सिंह, गुंजन वर्मा, रनवीर सिंह, विनय दुबे और हेमू चौरसिया ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इसके बाद, संस्कृति विभाग  की ओर से रजनी वर्मा ने कथक की प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके नृत्य ने न केवल मंच पर समां बांधा, बल्कि दर्शकों को भारतीय संस्कृति की गहराई का अनुभव कराया।

सरिता मिश्रा के संयोजन में प्रस्तुत भजन “राम तोहरी नजरिया में जादू भरी और डॉ. प्रतिभा मिश्रा के लोकगीत “किस काम के हीरे मोती ने हर किसी को भाव-विभोर कर दिया।

इसके बाद शिवपूजन शुक्ला ने भजन “हमरी सीता है गोरी किशोरी  के जरिए भक्ति का अद्भुत माहौल बनाया। संगत में ढोलक पर योगेश पांडे, हारमोनियम पर रमेश कुमार, तबले पर विकास और ऑर्गन्स पर हरीश ने संगीत का समां बांधा।

लोक नृत्य और आधुनिक प्रस्तुति :-

मेलोडिक्स मूव डांस एकेडमी की ओर से दीपा वर्मा के नेतृत्व में “होली खेले मसाने में…” की प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अधीरा पांडे ने “तरस नहीं आया तुझको पर अपने नृत्य से मंच को जीवंत कर दिया।

इसके साथ ही काला चश्मा  गाने पर मोहित दीक्षित, आकृति राज, सानवी यादव और एंजेल ने शानदार डांस प्रस्तुत किया। सिद्धार्थ शुक्ला ने “तू कातिल है पर नृत्य कर दर्शकों का दिल जीता।

आयोजन में प्रमुख उपस्थिति :-

कार्यक्रम के दौरान आयोजक समिति के मनोज सिंह चौहान, मोनालिसा और भारती सिंह जैसे विशिष्ट व्यक्तित्व उपस्थित रहे। मंच संचालन प्रदीप शुक्ला और मनीष पंडित ने बड़ी ही खूबसूरती से किया।

माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन  द्वारा आयोजित इस महोत्सव ने न केवल सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया, बल्कि उत्तर प्रदेश की लोक कला और संगीत को बढ़ावा देने का कार्य भी किया।

संस्कृति विभाग: भारतीय कला और संस्कृति का संवाहक :-

संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश ने इस कार्यक्रम के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया कि वह भारतीय कला और संस्कृति को न केवल संरक्षित करता है,

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बल्कि उसे विश्व मंच तक पहुंचाने का प्रयास भी करता है। इस प्रकार के आयोजन भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा को जीवंत बनाए रखने में सहायक हैं।

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Author: theswordofindia

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